पीएम मोदी ने वाराणसी से दिखाई चार नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी
भाई, काशी के Varanasi Junction पर तो जैसे दिवाली ही मन गई! हमारे Prime Minister नरेंद्र मोदी जी खुद आए और चार नई Vande Bharat ट्रेनों को हरी झंडी दिखा दी। पूरा स्टेशन सज-धज कर तैयार था, बच्चे कविता सुना रहे थे, चित्र भेंट कर रहे थे – मन खुश हो गया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी रात में ही चक्कर लगा आए कि कहीं कोई कमी न रह जाए। हम बनारसी तो गर्व से चौड़े हो गए कि अपने शहर से देश की सबसे तेज ट्रेनें शुरू हो रही हैं।
अब देखो, ये ट्रेनें सिर्फ लोहे की पटरियां ही नहीं जोड़ रही, बल्कि दिल भी जोड़ रही हैं। खजुराहो के मंदिर देखने वाले पर्यटक हो या गंगा स्नान करने वाले तीर्थयात्री – सबको अब घंटों कम लगेंगे। मोदी जी बोले कि भारत अब रफ्तार पकड़ चुका है और Make in India की ये ट्रेनें उसी का सबूत हैं। हमारे यूपी के लिए ये मतलब साफ है – अब गांव से शहर, शहर से दिल्ली, सब कुछ पास हो गया। अगली बार जब ट्रेन पकड़ोगे तो याद रखना, ये सिर्फ सफर नहीं, काशी का गर्व है!
चार नई ट्रेनों के रूट्स: उत्तर से दक्षिण तक नया सफर
भाई, ये चार नई Vande Bharat ट्रेनें तो जैसे पूरे हिंदुस्तान को एक धागे में पिरो रही हैं! पहली ट्रेन बनारस से खजुराहो तक दौड़ेगी, दूसरी फिरोजपुर से दिल्ली, तीसरी लखनऊ से सहारनपुर और चौथी एर्नाकुलम से बेंगलुरु तक। यानी उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम – सब जुड़ गए। हर ट्रेन में Aircraft Style सीटें, फ्री वाई-फाई, चार्जिंग पॉइंट और ठंडा-गर्म अपने आप एडजस्ट होने वाला AC है। लंबा सफर अब थकान नहीं, मजा लगेगा। हमारे यूपी वाले तो खुश हैं कि अब गांव-शहर की दूरी बस कुछ घंटों की रह गई।
अब सुनो असली फायदा क्या है – Local Economy को मिलने वाला बूस्ट! खजुराहो के मंदिर अब और चमकेंगे क्योंकि बनारस से सीधी ट्रेन आएगी, पर्यटक रुक-रुक कर नहीं थकेंगे। लखनऊ-सहारनपुर रूट से बरेली, मुरादाबाद के किसान-व्यापारी दिल्ली जल्दी पहुंचेंगे, माल बेचेंगे, नौकरी लगेगी। High Speed की वजह से 2-3 घंटे बच रहे हैं, मतलब दिन में दो चक्कर लग सकते हैं। देश में अब 100 से ज्यादा Vande Bharat दौड़ रही हैं, और ये सब हमारे भारत में ही बनी हैं। अगली बार टिकट कटाओ तो सोचना – ये सिर्फ ट्रेन नहीं, यूपी का गौरव है जो पूरे देश को जोड़ रही है!
केरल के लिए तीसरी वंदे भारत: दक्षिणी राज्यों की मजबूत कड़ी
भाई, केरल वालों के लिए तो जैसे दिवाली और ओणम एक साथ आ गए! ये तीसरी Vande Bharat ट्रेन एर्नाकुलम से बेंगलुरु तक दौड़ेगी, मतलब केरल की बिजनेस कैपिटल सीधे बैंगलोर के IT Hub से जुड़ गई। रास्ते में त्रिशूर, पलक्कड़, कोयंबटूर, तिरुपूर, इरोड, सलेम – सब स्टॉप, यानी पूरा दक्षिण एक हो गया। IT Professionals, बिजनेसमैन और स्टूडेंट्स अब सुबह निकलो और शाम तक घर – थकान भूल जाओ। दक्षिणी रेलवे में अब 12 जोड़ी ऐसी ट्रेनें हो गईं, राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री खुद आए थे उद्घाटन पर, लाइव दिखाया त्रिशूर-पलक्कड़ में भी। हम यूपी वाले भी खुश हैं कि हमारे मोदी जी ने दक्षिण को भी इतना मजबूत जोड़ा!
अब ये ट्रेन सिर्फ सफर नहीं, Economic Growth का इंजन है! एर्नाकुलम से बेंगलुरु का रास्ता पहले 10-12 घंटे लगता था, अब 7-8 घंटे में हो जाएगा – घंटों की बचत। तमिलनाडु के सलेम-इरोड वाले व्यापारी खुश, केरल के मसाले-रबर वाले खुश। ट्रेन Eco-Friendly भी है, कम प्रदूषण, ज्यादा स्पीड। ये सब मिलकर दक्षिण भारत को देश के National Infrastructure से मजबूती से जोड़ रहा है। अगली बार केरल घूमने जाओ तो इसी ट्रेन से जाना, बताना कैसा लगा – हम बनारसी भी ट्राई करेंगे!
उत्तर भारत की तीन नई वंदे भारत ट्रेनें (नाम और लगभग किराया)
| ट्रेन का नाम | रूट (मार्ग) | चेयर कार किराया (लगभग) | एग्जीक्यूटिव चेयर किराया (लगभग) |
|---|---|---|---|
| बनारस-खजुराहो वंदे भारत | बनारस → खजुराहो | ₹850 – ₹1,200 | ₹1,800 – ₹2,500 |
| फिरोजपुर-दिल्ली वंदे भारत | फिरोजपुर → दिल्ली | ₹900 – ₹1,300 | ₹1,900 – ₹2,600 |
| लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत | लखनऊ → सहारनपुर | ₹800 – ₹1,100 | ₹1,700 – ₹2,400 |
दक्षिण भारत की नई वंदे भारत (केरल को तीसरी ट्रेन)
| ट्रेन का नाम | रूट (मार्ग) | चेयर कार किराया (लगभग) | एग्जीक्यूटिव चेयर किराया (लगभग) |
|---|---|---|---|
| एर्नाकुलम-केएसआर बेंगलुरु वंदे भारत | एर्नाकुलम → बेंगलुरु | ₹1,095 | ₹2,289 |
नोट: किराया IRCTC ऐप पर दूरी और क्लास के हिसाब से बदल सकता है। सटीक टिकट बुकिंग के लिए IRCTC चेक करें। ये ट्रेनें 8 नवंबर 2025 से शुरू हो चुकी हैं, तेज और आरामदायक सफर के लिए बेस्ट! 🚄
कुल ट्रेनें: 4
कुल राज्य कवर: उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, केरल, कर्नाटक
वंदे भारत की संख्या देश में: 100+
मेक इन इंडिया सफलता: स्वदेशी तकनीक पर आधारित
उद्घाटन स्थान: वाराणसी जंक्शन
मुख्य अतिथि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
खास नोट: केरल को यह तीसरी वंदे भारत ट्रेन है।
लाइव प्रसारण: त्रिशूर और पलक्कड़ स्टेशन पर भी दिखाया गया।
रेलवे विजन: गति, सुरक्षा और यात्री सुविधा पर फोकस।
अगला लक्ष्य: 1300+ स्टेशनों का आधुनिकीकरण।
Varanasi Vande Bharat Seat Map
रेलवे नेटवर्क का आधुनिकीकरण: स्टेशनों पर चल रहा व्यापक कार्य
भाई, पूरे देश में रेलवे का Modernization जोर-शोर से चल रहा है, 1300 से ज्यादा स्टेशनों को नया रूप दिया जा रहा है – और हमारी काशी का Varanasi Junction भी इसमें शामिल है! मोदी जी के नेतृत्व में ये सब हो रहा है, जहां क्लीन वेटिंग रूम, डिजिटल टिकटिंग, फ्री वाई-फाई जैसे फीचर्स आ रहे हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी कहते हैं कि Amrit Bharat और Namo Bharat ट्रेनें भी इसी प्लान का हिस्सा हैं। ग्रामीण इलाकों के लोग अब आसानी से शहर पहुंचेंगे, मतलब सबका विकास – अमीर-गरीब का फर्क मिटेगा। हम यूपी वाले तो खुश हैं कि पुराने स्टेशन अब एयरपोर्ट जैसे लगने लगे हैं!
अब वाराणसी स्टेशन का Renovation आखिरी स्टेज में है – ऊंचे प्लेटफॉर्म, हर कोने पर सीसीटीवी, लिफ्ट-एस्केलेटर सब आ गया। Safety तो बढ़ेगी ही, साथ में सफर का मजा भी दोगुना हो जाएगा। रेल मंत्रालय का पूरा फोकस स्पीड, सेफ्टी और कम्फर्ट पर है, ताकि आम आदमी की रोज की भागदौड़ आसान हो। आने वाले सालों में और ज्यादा स्टेशन चमकेंगे, भारत दुनिया के रेल मैप पर टॉप पर होगा। अगली बार स्टेशन जाओ तो खुद देखना, कितना बदल गया सब – गर्व महसूस होगा!
यात्रियों की सुविधाओं में क्रांति: वंदे भारत का नया दौर
भाई, नई Vande Bharat ट्रेनें तो जैसे रेल का Premium Class ले आई हैं, अब सफर में कोई शिकायत नहीं! सीटें घूमती हैं, Rotatable Seats बोलते हैं, बायो-टॉयलेट साफ-सुथरे, खाने का काउंटर अलग से, हर सीट पर चार्जिंग पॉइंट – फोन डाउन नहीं होगा। लंबा रास्ता हो या छोटा, थकान भूल जाओगे। रेलवे ने टिकट के दाम भी Minimum Rates पर रखे हैं, मतलब मध्यम वर्ग का आदमी भी आराम से चढ़ सकता है। हम बनारसी कहते हैं, पहले ट्रेन में बैठकर सोचते थे कब पहुंचेंगे, अब सोचते हैं कब और सफर करें!
ये ट्रेनें सिर्फ बैठाने-उतारने की मशीन नहीं, Economic Growth का इंजन हैं! जितनी तेज गाड़ी चलेगी, उतना व्यापार बढ़ेगा, माल जल्दी पहुंचेगा, नौकरी लगेगी। मोदी जी ने बच्चों से बात करते हुए कहा कि यही सुविधाएं तुम्हारे भविष्य को चमकाएंगी। रेलवे का Mission साफ है – गांव का लड़का भी शहर की तरह सुविधा पाए, ग्रामीण भारत मजबूत बने। अगली बार टिकट कटाओ तो मुस्कुराना, ये सिर्फ ट्रेन नहीं, हमारी तरक्की की गाड़ी है जो पूरे जोर से दौड़ रही है!
निष्कर्ष: रेलवे के माध्यम से भारत का तेज विकास
ये चार नई Vande Bharat ट्रेनें तो बस शुरुआत हैं, असली कहानी है हमारे भारत के Rapid Development की! मोदी जी ने वाराणसी से जो हरी झंडी दिखाई, वो सिर्फ ट्रेन नहीं, पूरे देश की रफ्तार बढ़ाने का संकेत है। अब 100 से ज्यादा Vande Bharat देश में दौड़ रही हैं, सब Make in India की देन – मतलब हमारा पैसा, हमारा हुनर, हमारी तरक्की। क्षेत्रीय फर्क मिट रहा है, गांव का लड़का भी शहर की तरह सपने देख सकेगा। अगले दस साल में रेल नेटवर्क देखकर दुनिया हैरान हो जाएगी, ये मेरा वादा है!
अंत में यही कहूंगा – ये ट्रेनें अब सिर्फ सफर नहीं, Progress का प्रतीक बन गई हैं। बेहतर Connectivity से व्यापार बढ़ेगा, नौकरी आएगी, गांव-शहर एक हो जाएगा। पाठक भाइयो-बहनो, अगली बार टिकट कटाओ तो गर्व करना कि ये तुम्हारी मेहनत का नतीजा है। रेलवे ने तुम्हारी जिंदगी बदली है ना? कमेंट में जरूर बताना, क्योंकि ये तरक्की हम सबकी है – चलो मिलकर भारत को दुनिया का नंबर-1 बनाएं!
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