वृंदावन फोर-लेन सड़क परियोजना का परिचय और उद्देश्य
भाई, मथुरा-वृंदावन वाले तो जानते ही हैं कि यमुना पार करने में कितना Traffic Jam लगता था, खासकर जन्माष्टमी या होली पर! अब अच्छी खबर ये है कि Yamuna Expressway से सीधे पागल बाबा मंदिर तक वाली जो Fourlane Road बन रही है, उसका 95% काम हो चुका है। कुल 250 करोड़ की ये परियोजना कोई 350 करोड़ की नहीं है, जैसा कुछ अफवाहें उड़ रही थीं। ये सड़क हमारे वृंदावन को नया जीवन देने वाली है, क्योंकि अब दिल्ली-आगरा से आते ही सीधे श्रीकृष्ण की नगरी में घुस जाओगे, बिना घंटों लाइन में लगे।
देखो जी, पहले पुराना दो लेन का पुल था न, उस पर तो ट्रक-बस से लेकर ठेला तक एक साथ फंस जाता था। अब नया 545 मीटर का पुल बन गया है और दोनों तरफ Service Roads की मंजूरी भी मिल गई। मतलब लोकल वाले भैया लोग अपनी गाड़ी-गौड़ी अलग से निकाल लेंगे, मुख्य रोड पर सिर्फ बाहर के Pilgrims फर्राटा भरेंगे। इससे न सिर्फ जाम खत्म होगा, बल्कि हमारे दुकानदारों का धंधा भी चमकेगा, क्योंकि श्रद्धालु अब ज्यादा समय मंदिर-घाट पर बिताएंगे, न कि रास्ते में। बस थोड़ा इंतजार करो, अगले कुछ महीनों में ये सपना सच हो जाएगा!
निर्माण प्रगति और तकनीकी विशेषताएँ
भाई, ये जो Yamuna Expressway से वृंदावन तक वाली सड़क बन रही है, उसकी लंबाई ठीक 7.278 किलोमीटर है और काम तीन साल पहले शुरू हुआ था। अच्छी बात ये है कि अभी तक पूरा 95% Construction हो चुका है, मतलब बस थोड़ा सा काम बाकी रह गया है। सिर्फ यमुना पुल की Approach Road और फ्लाईओवर की एप्रोच रोड बननी बाकी है, जिसे लोक निर्माण विभाग वाले अगले कुछ महीनों में पूरा कर देंगे। हमारे मथुरा वाले तो रोज साइट पर जाकर देख रहे हैं, मशीनें दिन-रात दौड़ रही हैं।
अब बात करते हैं तकनीकी चीजों की, तो सड़क की मुख्य चौड़ाई 24 मीटर रखी गई है, जो बिल्कुल हाईवे स्टैंडर्ड की है। सबसे मजेदार फैसला ये लिया गया कि दोनों तरफ 7-7 मीटर की Service Roads अलग से बनेंगी, यानी कुल चौड़ाई और बढ़ जाएगी। इसका फायदा ये होगा कि हम लोकल वाले अपनी गाड़ी-रिक्शा-ठेला इधर-उधर निकाल लेंगे, और बाहर से आने वाली बसें-कारें मुख्य Fourlane पर फर्राटा भरती रहेंगी। मतलब जाम का नामोनिशान नहीं, भैया! ये प्लानिंग देखकर लगता है कि सचमुच किसी ने सोच-समझकर हमारे लिए कुछ अच्छा किया है।
वृंदावन फोर-लेन सड़क परियोजना का संछिप्त विवरण
| विवरण | महत्वपूर्ण जानकारी |
|---|---|
| परियोजना का नाम | यमुना एक्सप्रेसवे से पागल बाबा मंदिर तक Fourlane Road |
| कुल लंबाई | 7.278 किलोमीटर |
| कुल लागत | 250 करोड़ रुपये (545 मीटर पुल: 45 करोड़) |
| निर्माण प्रगति | 95% काम पूरा, सिर्फ एप्रोच रोड बाकी |
| मुख्य चौड़ाई | 24 मीटर (हाईवे स्टैंडर्ड) |
| सर्विस रोड | दोनों तरफ 7-7 मीटर (कुल 14 मीटर अतिरिक्त) |
| भूमि अधिग्रहण | 1.73 हेक्टेयर (जुलाई 2024 से तेजी, अब लगभग पूरा) |
| शुरूआत | तीन साल पहले शुरू |
| मुख्य लाभ | Traffic Jam खत्म, Pilgrims को सुगमता, Local Economy Boost |
| पूर्ण होने की समयसीमा | आने वाले कुछ महीनों में पूरी तरह तैयार |
लाभ – श्रद्धालुओं, स्थानीय लोगों और अर्थव्यवस्था के लिए
अरे भाई, सोचो वो दिन जब जन्माष्टमी पर दिल्ली से बस पकड़कर वृंदावन आते थे और यमुना पुल पर ही आधा दिन खराब हो जाता था! अब ये नई Fourlane Road बन जाएगी तो Pilgrims के लिए तो सीधा Game Changer साबित होने वाली है। बाहर से आने वाले श्रद्धालु बिना रुके, बिना जाम में फंसे सीधे पागल बाबा मंदिर तक पहुँच जाएँगे। मतलब मंदिर-घाट पर ज्यादा समय, रास्ते में कम टेंशन। हमारे बुजुर्ग माता-पिता जी भी अब आसानी से दर्शन कर पाएँगे, क्योंकि Traffic Jam का डर ही खत्म हो जाएगा। वृंदावन आने का मजा ही दोगुना हो जाएगा, यकीन मानो!
और सिर्फ श्रद्धालु ही नहीं, हम लोकल वालों की तो बल्ले-बल्ले होने वाली है! Service Roads की वजह से हमारी गली-मोहल्ले की गाड़ियाँ अलग चलेंगी, मुख्य रोड पर दबाव कम होगा। लेकिन सबसे बड़ा फायदा Local Economy को मिलने वाला है, भाई। जब लाखों लोग आसानी से आएँगे तो होटल, धर्मशाला, प्रसाद की दुकानें, रिक्शा वाले, गाइड सबका Business Boost हो जाएगा। पहले लोग जाम से डरकर सोचते थे कि चलो मत जाओ, अब तो सीधे प्लान बनाएँगे। मतलब रोजगार बढ़ेगा, पैसा घूमेगा और हमारा वृंदावन सचमुच Tourism Hub बन जाएगा। बस ये सड़क बनते ही देखना, पूरा मथुरा चमकने लगेगा!
चुनौतियाँ एवं समाधान
भाई, कोई भी बड़ा काम बिना रुकावट के कहाँ होता है! इस Fourlane Road के शुरू में तो खूब परेशानी आई थी, खासकर Land Acquisition की वजह से। ढकू और पानीगांव बांगर वाले इलाके में किसानों की जमीन लेने में देरी हो गई थी, लोग समझते नहीं थे कि ये हमारे ही फायदे की चीज है। फिर यमुना पुल की Approach Road बनाने में भी दिक्कत आई, क्योंकि नदी किनारे का इलाका नरम था और बारिश में मशीनें फंस जाती थीं। ऊपर से Service Roads के लिए अतिरिक्त जमीन चाहिए थी, वो भी आसानी से नहीं मिल रही थी। हमारे मथुरा वाले तो कहते थे, “अरे ये प्रोजेक्ट तो लटक जाएगा!”
पर अच्छी बात ये है कि लोक निर्माण विभाग वाले हार नहीं माने। जुलाई 2024 से Acquisition Process को रफ्तार दी गई और अब 1.73 हेक्टेयर जमीन का ज्यादातर हिस्सा ले लिया गया है। अधिकारी रोज साइट पर Inspection कर रहे हैं, किसानों से बात करके मुआवजा समय पर दे रहे हैं। शासन ने भी Service Roads की फाइल फटाफट पास कर दी। अब तो बस थोड़ा सा काम बाकी है, वो भी आने वाले महीनों में पूरा हो जाएगा। मतलब साफ है कि चाहे कितनी भी Challenges आएँ, हमारा विभाग Risk Mitigation पर पूरा ध्यान दे रहा है। बस थोड़ा सब्र रखो भाई, हमारा वृंदावन जल्द ही नई सड़क की चमक दिखाने वाला है!
भविष्य का दृष्टिकोण और विकास मार्ग
भाई, कोई भी बड़ा काम बिना रुकावट के कहाँ होता है! इस Fourlane Road के शुरू में तो खूब परेशानी आई थी, खासकर Land Acquisition की वजह से। ढकू और पानीगांव बांगर वाले इलाके में किसानों की जमीन लेने में देरी हो गई थी, लोग समझते नहीं थे कि ये हमारे ही फायदे की चीज है। फिर यमुना पुल की Approach Road बनाने में भी दिक्कत आई, क्योंकि नदी किनारे का इलाका नरम था और बारिश में मशीनें फंस जाती थीं। ऊपर से Service Roads के लिए अतिरिक्त जमीन चाहिए थी, वो भी आसानी से नहीं मिल रही थी। हमारे मथुरा वाले तो कहते थे, “अरे ये प्रोजेक्ट तो लटक जाएगा!”
पर अच्छी बात ये है कि लोक निर्माण विभाग वाले हार नहीं माने। जुलाई 2024 से Acquisition Process को रफ्तार दी गई और अब 1.73 हेक्टेयर जमीन का ज्यादातर हिस्सा ले लिया गया है। अधिकारी रोज साइट पर Inspection कर रहे हैं, किसानों से बात करके मुआवजा समय पर दे रहे हैं। शासन ने भी Service Roads की फाइल फटाफट पास कर दी। अब तो बस थोड़ा सा काम बाकी है, वो भी आने वाले महीनों में पूरा हो जाएगा। मतलब साफ है कि चाहे कितनी भी Challenges आएँ, हमारा विभाग Risk Mitigation पर पूरा ध्यान दे रहा है। बस थोड़ा सब्र रखो भाई, हमारा वृंदावन जल्द ही नई सड़क की चमक दिखाने वाला है!
निष्कर्ष
भाई, कुल मिलाकर ये Vrindavan Fourlane Road सिर्फ़ ईंट-गिट्टी की सड़क नहीं है, ये तो हमारे पूरे इलाक़े की तक़दीर बदलने वाली Transformative Project है। लाखों Pilgrims जो सालोंुल घंटे जाम में फँसकर थक जाते थे, अब वो सीधे यमुना एक्सप्रेसवे से फर्राटे भरते हुए पागल बाबा मंदिर पहुँच जाएँगे। हम लोकल वाले भी Service Roads की वजह से अपनी रोज़मर्रा की भाग-दौड़ आसानी से कर लेंगे। मतलब एक तीर से तीन निशाने – श्रद्धालुओं को सुकून, हमें राहत और हमारे मथुरा-वृंदावन को नया Economic Boost।
अब वो दिन दूर नहीं जब लोग कहेंगे, “चलो वृंदावन चलें, रास्ते में टाइम ही नहीं लगता!” ये सड़क धर्म और विकास का ऐसा Perfect Intersection बनेगी कि देशभर के लोग देखकर तारीफ़ करेंगे। हमें गर्व है कि हमारा छोटा सा वृंदावन अब Modern Connectivity की मिसाल बनेगा। बस थोड़ा इंतज़ार और, फिर देखना कैसे हमारी कृष्ण-नगरी चमक-धमक के साथ नया रंग दिखाएगी। जय श्री राधे!
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2 thoughts on “Vrindavan Fourlane Road: मथुरा-वृंदावन में 250 करोड़ की की लागत से नई फोर-लेन सड़ 95% काम पूरा, सर्विस रोड्स को मिली हरी झंडी!”
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